Video: पहाड़ का सुपरहीरो..DM मंगेश घिल्डियाल का छुट्टी के दिन भी बेहतरीन काम
उत्तराखंड के बेहतरीन जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल एक बार फिर से अपने नए काम को लेकर चर्चाओं में हैं। आप भी उनका ये बेहतरीन वीडिय़ो देखिए।
Sep 24 2018 4:06PM, Writer:रश्मि पुनेठा
उत्तराखंड का सिंघम जो स्वच्छता दूत के नाम से भी जाने जाते है। इन्होंने जहां भी कदम रखा वहां की तस्वीर ही बदल डाली। उन्हें किसी के सहारे की जरुरत नहीं वह खुद मैदान में उतर जाते है। जो अब उत्तराखंड के लोगों के लिए मिसाल भी कायम कर चुके है। हम बात कर रहे है रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की। आज हम आपको जो वीडियो दिखाने जा रहे हैं, उसे देखकर आपको खुशी होगी कि आखिर कोई तो जिलाधिकारी ऐसा है, जिसे पहाड़ों की खूबसूरती की फिक्र है। कानून व्यवस्था को जितनी जिम्मेदारी से वो निभाते है उसका कोई मुकाबला नहीं है। उतनी ही गंभीरता उनमें स्वच्छता को लेकर भी नज़र आती है। इस बीच डीएम मंगेश ने एक शानदार काम किया है। आपको जानकर खुशी होगी कि रविवार के दिन भी डीएम मंगेश घिल्डियाल पहाड़ की खूबसूरती को और भी संवारने का काम कर रहे हैं।
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हाल ही में मंगेश घिल्डियाल चोपता पहुंचे और वहां सफाई अभियान में जुट गए। पहाड़ों में आने वाले सैलानी अक्सर पहाड़ की खूबसूरती को गंदा करते हैं और जहां तहां कूड़ा फेंक देते हैं। ऐसे लोगों को आईना दिखाने का काम डीएम मंगेश घिल्डियाल का ये वीडियो कर रहा है। जिलाधिकारी की कोशिशों का नतीजा है कि जो 2017 की शुरुआत तक प्रदूषण के मामले में सबसे अग्रणी जिलों में जो जिला शुमार होता था आज उसकी तस्वीर बदल चुकी है। रुद्रप्रयाग जिले में अब हर रविवार को सफाई अभियान चलाया जा रहे है जिसमें अब डोर टू डोर जैविक और अजैविक कूड़ा कलेक्शन किया जा रहा है यही कारण है कि आज रुद्रप्रयाग जिला प्रदेश के सबसे स्वच्छ जिलों में से एक है। मंगेश घिल्डियाल ने मई 2017 में रुद्रप्रयाग के डीएम के तौर पर पदभार संभाला और पहले ही दिन से उन्होंने लोगों को सफाई के प्रति जागरुक करना शुरु कर दिया।
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उन्होंने जिले के विकास के लिए कई काम करने शुरु किए जिसके बाद उनकी जिले में विकास पुरुष की छवि बन गई। रुद्रप्रयाग शहर के नालों में उन्होंने खुद उतरकर सफाई कर लोगों के सामने मिशाल पेश की। इसके अलावा उन्होंने यहां के सभी वार्डो में स्वच्छता चौपाल लगाई और सबको सफाई के प्रति जागरूक किया इस दौरान वह अब तक एक दर्जन से ज्यादा नालों में सफाई कर चुके हैं। उन्होंने जहां अफसरों की एक टीम सफाई के लिए बनाई है। वहीं हर वार्ड में दो दो युवाओं को टीम लीडर बनाकर हर रविवार को सफाई अभियान चलाने को भी कहा है और इस अभियान में वो खुद भी हिस्सा लेते हैं। इसी मिशन के तहत अब तक रुदप्रयाग के पुनाड़ गदेरे, तुन गदेरे, जयमंडी गदेरे, संगम, तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि, ऊखीमठ जैसे कई जगहों के नालों की सफाई की जा चुकी है।