श्रीनगर NIT शिफ्ट नहीं होगा, 122 एकड़ में बनेगा विशाल कैंपस..छात्रों के लिए अच्छी खबर
हाल ही में श्रीनगर गढ़वाल में मौजूद NIT कैंपस को 900 छात्र छोड़कर चले गए थे। वो स्थाई कैंपस की मांग कर रहे थे। उनके लिए अच्छी खबर है।
Nov 14 2018 10:59AM, Writer:कपिल
श्रीनगर एनआईटी पर गतिरोध अब जल्द ख़त्म हो सकता है। आपको बता दें कि स्थाई कैंपस की मांग को लेकर 900 छात्र आंदोलन कर रहे थे। यहां तक कि छात्रों ने कैंपस भी छोड़ दिया था और अपने घरों को लौट गए थे। इस बीच राज्य सरकार ने इस मसले का हल निकाल लिया है। सरकार का कहना है कि चाहे कुछ हो जाए एनआईटी को श्रीनगर से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। सरकार ने पहले भी आरोप लगाया था कि NIT के अंदरखाने ही कुछ लोग छात्रों को भड़काने का काम कर रहे हैं। इस बीच ये भी कहा जाने लगा था कि श्रीनगर से एनआईटी को ऋषिकेश शिफ्ट किए जाने पर बात चल रही है। लेकिन इस सब बातों का जवाब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दे दिया है। सीएम त्रिवेंद्र ने अपने फेसबुक पेज पर एक महत्वपूर्ण जानकारी दी है। ये भी जानिए।
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सीएम त्रिवेंद्र ने लिखा है कि ‘NIT श्रीनगर से शिफ्ट नहीं किया जाएगा। NIT के स्थाई कैंपस के लिए सुमाड़ी में 122 एकड़ भूमि तलाश ली गई है। आचार संहिता खत्म होने के बाद कैबिनेट में इसके लिए प्रस्ताव लाया जाएगा। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से फोन पर इस संबंध में विस्तृत बातचीत की। NIT के छात्रों की अन्य समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए भी रास्ता तलाशा जा रहा है। हाॅस्टल की समस्या का स्थायी समाधान भी निकाला जाएगा। स्थायी कैंपस बनने तक श्रीनगर में ही प्रशासनिक भवन और फैकल्टी भवन तक पहुंचने के लिए अलग से मार्ग बनाया जाएगा। इससे छात्रों को राष्ट्रीय राजमार्ग से नहीं गुजरना पड़ेगा’। कुल मिलाकर कहें तो सरकार ने इस बारे में अपना रुख साफ कर दिया है।
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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की फेसबुक पोस्ट देखिए।
NIT श्रीनगर से शिफ्ट नहीं किया जाएगा। NIT के स्थाई कैंपस के लिए सुमाड़ी में 122 एकड़ भूमि तलाश ली गई है। आचार संहिता...
Posted by Trivendra Singh Rawat on Wednesday, November 14, 2018