पहाड़ में हाई-स्पीड से चलेगा इंटरनेट, बिछाई जा रही है ऑप्टिकल फाइबर लाइन
पहाड़ों में ऑप्टिकल फाइबर लाइन बिछाने की कवायद शुरू कर दी गई है..अब गांवों में इंटरनेट 4G स्पीड से चलेगा।
May 13 2019 1:24PM, Writer:कोमल नेगी
पहाड़ में बिजली-पानी जैसी समस्याएं तो हैं ही, लेकिन इन सबके ऊपर एक और समस्या है, जिससे कि पहाड़ के युवा सबसे ज्यादा परेशान हैं...वो समस्या है इंटरनेट की धीमी स्पीड...इस समस्या ने युवाओं को इस कदर परेशान कर रखा है कि उनके दिन का चैन और रातों की नींद उड़ गई है...घर में बिजली ना आए चलेगा....पानी नहीं आ रहा गदेरे से ला देंगे, लेकिन मोबाइल में नेटवर्क नहीं आ रहा, भई ये नहीं चलेगा। कई बार तो घर में भले ही इंटरनेड की स्पीड ना आ रही हो, लेकिन गौशाले में फुल स्पीड में नेट चलता है, यही वजह है कि युवाओं का जमघट ऐसी जगह ही नजर आता है, जहां मोबाइल में फुल सिग्नल आ रहे हों...इंटरनेट की धीमी स्पीड से परेशान युवाओं के लिए एक अच्छी खबर है। उत्तराखंड के दूरदराज के इलाकों में पावर ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पिटकुल) 900 किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर लाइन बिछाएगा, जिससे दूरस्थ इलाकों में भी इंटरनेट की पहुंच आसान हो जाएगी। आगे पढ़िए बाकी की जानकारी...
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इसके लिए टेंडर आमंत्रित करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में हैं। पिटकुल अभी तक पहले फेज में 600 किलोमीटर फाइबर लाइन बिछा चुका है। बेहतर इंटरनेट सेवा के लिए पिटकुल अपने अर्थिंग लाइन को हटाकर ऑप्टिकल लाइन बिछा रहा है। आज जमाना 4जी का है, लेकिन पहाड़ों में इंटरनेट की स्पीड अब भी बेहद कमजोर है, यहां अब भी इंटरनेट की स्पीड 2जी और 3जी तक ही है। लोगों के पास मोबाइल तो हैं, लेकिन जब सिग्नल ही नहीं आ रहे तो ये मोबाइल भी डिब्बा बने हुए हैं। पहाड़ के आम उपभोक्ता इंटरनेट की धीमी स्पीड से बहुत परेशान हैं, लेकिन अच्छी बात ये है कि उनकी इस परेशानी को दूर करने के लिए पिटकुल ने कवायद शुरू कर दी है। हाईटेंशन लाइनों की अर्थिंग वायर की जगह ऑप्टिकल फाइबर लाइन बिछाई जा रही है, पहले चरण में 6 सौ किलोमीटर की फाइबर लाइन बिछाई जा चुकी है।
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बताया जा रहा है कि अब 900 किमी ऑप्टिकल फाइबर लाइन बिछाई जानी है। जिसके बाद पहाड़ों में इंटरनेट फुल स्पीड पकड़ेगा। कनेक्टिविटी मजबूत होगी, संचार सेवाओं में भी सुधार आएगा। हालांकि अभी ये तय नहीं हुआ है कि पिटकुल दूरसंचार कंपनियों को इन फाइबर लाइनों के जरिए किस रेट पर सेवाएं उपलब्ध कराएगा, इस पर जल्द ही फैसला होना है। बता दें कि ऑप्टिकल फाइबर दूसरे केबल की तुलना में बहुत अधिक गति पर डेटा संचारित कर सकते हैं। कुल मिलाकर अब पहाड़ों में इंटरनेट की धीमी स्पीड की समस्या हल होने वाली है। पिटकुल ने कोशिश शुरू कर दी है, जिसके अच्छे नतीजे जल्द ही देखने को मिलेंगे। देखना है कि आगे क्या होता है।