उत्तराखंड में भारी बारिश से तबाही ही तबाही, 130 सड़कें बंद, 9 जिलों के लिए चेतावनी
बारिश की वजह से उत्तराखंड की 130 सड़कें बंद हैं, नदियां उफान पर हैं। डरे हुए लोग जाग कर रात काट रहे हैं..मौसम विभाग ने फिर से चेतावनी दी है।
Jul 18 2019 10:41AM, Writer:KOMAL
उत्तराखंड में बारिश की शक्ल में आफत बरस रही है। लगातार हो रही बारिश से जगह-जगह सड़कें टूट गई हैं, नदियां उफान पर हैं। चारधाम यात्रा भी बारिश की वजह से प्रभावित हो रही है। खराब मौसम के चलते लोग चारधाम यात्रा पर आने से डर रहे हैं। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक आफत की बारिश ने कोहराम मचाया है। जगह-जगह से तबाही की दिल दहला देने वाली तस्वीरें आ रही हैं। पहले बात करते हैं गौरीकुंड हाईवे की, यहां बारिश की वजह से पत्थर टूटकर सड़क पर गिर रह हैं। जिससे यात्री डरे हुए हैं। हाईवे पर पत्थर और मलबा जमा होने की वजह से कई बार जाम की स्थिति उत्पन्न हुई। गंगोत्री हाईवे भी भूस्खलन की वजह से प्रभावित रहा। यहां भी वाहनचालक सड़कों पर फंसे नजर आए। चमोली में दो घर और गौशालाएं बारिश की वजह से ढह गईं। शुक्र है कि हादसे के वक्त घर खाली थे, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। फिलहाल बारिश से राहत मिलने की उम्मीद भी नहीं है। आने वाले 24 घंटे प्रदेश के 9 जिलों के लिए मुश्किल भरे रहेंगे। मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दी है। जिन जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी हुआ है, उनके बारे में भी जान लें। मौसम विभाग ने हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी, चमोली, चंपावत, ऊधमसिंहनगर, पिथौरागढ़, नैनीताल और देहरादून में भारी बारिश की आशंका जताई है। इन जिलों के प्रशासन को चेतावनी दे दी गई है। सूबे में पिछले हफ्तेभर से बारिश हो रही है। पहाड़ी इलाकों के लोग भूस्खलन से परेशान हैं, तो वहीं शहरों में जलभराव ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
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खराब मौसम का असर चारधाम यात्रा पर भी पड़ रहा है। केदारनाथ के पैदल ट्रैक पर पत्थर गिर रहे हैं। रुद्रप्रयाग में गौरीकुंड हाईवे पर बांसवाड़ा के समीप 1 घंटे तक पत्थर गिरते रहे। जेसीबी ने पत्थरों को हटाकर रास्ते को आवाजाही लायक बनाया। भूस्खलन की वजह से इस वक्त उत्तराखंड की करीब 130 सड़कें बंद हैं। गढ़वाल के साथ-साथ कुमाऊं में भी बारिश की वजह से रास्ते बंद हैं। पिथौरागढ़ में जौलजीवी-मदकोट-मुनस्यारी रोड दूसरे दिन भी बंद रही। मुनस्यारी, बंगापानी और धारचूला के लोग डरे हुए हैं और रात-रात भर जाकर गांव में पहरा दे रहे हैं। चारधाम यात्रा रूट पर 63 जगहों पर एसडीआरएफ की 30 टीमें अलर्ट पर रखी गई हैं। टीमों को आपदा कंट्रोल रूम, प्रशासन और स्थानीय पुलिस से जोड़ा गया है। अगले 24 घंटे बेहद मुश्किल भरे रहने वाले हैं। कई जिलों में भारी बारिश होगी। इसलिए आप भी सतर्क रहें। सड़क टूटने या भूस्खलन जैसी जानकारियां प्रशासन को दें।