पूर्व DM दीपक रावत को मिस कर रहे हैं स्कूली बच्चे, कहा-मामा हमारा ख्याल रखते थे
दीपक रावत अब हरिद्वार के डीएम नहीं हैं, लेकिन यहां के बच्चे उन्हें भूल नहीं पा रहे हैं..एक छोटा सा वीडियो भी देखिए
Jul 23 2019 1:23PM, Writer:Komal Negi
हरिद्वार की व्यवस्था सुधारने के लिए पूर्व जिलाधिकारी दीपक रावत ने जो काम किए हैं, उन्हें लोग कभी नहीं भूलेंगे। दीपक रावत अब हरिद्वार के डीएम नहीं हैं। लोग मायूस हैं तो वहीं स्कूली छात्र-छात्राएं भी गमगीन हैं। डीएम दीपक रावत को हरिद्वार के बच्चे बहुत याद कर रहे हैं। डीएम दीपक रावत को ये बच्चे प्यार से मामा बुलाते थे। बच्चों का कहना है कि डीएम दीपक रावत बच्चों की सुरक्षा का ख्याल रखते थे। वो कई बार कह चुके थे कि खराब मौसम के दौरान बच्चों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। खराब मौसम में बच्चे सबसे ज्यादा घर पर सुरक्षित रहते हैं। इसीलिए उन्हें घर पर रहना चाहिए। तभी तो मौसम खराब होते ही दीपक रावत तुरंत छुट्टी की घोषणा कर देते थे। बच्चे परेशान ना हों इसका वो ध्यान रखते थे। यही वजह है कि डीएम दीपक रावत के जिलाधिकारी ना रहने से हरिद्वार के बच्चे मायूस हैं।
यह भी पढें - देवभूमि के कपकोट ब्लॉक की बेटी को बधाई, PCS-J परीक्षा में मिली कामयाबी, अब बनेंगी जज
समाज का हर तबका उन्हें मिस कर रहा है। हरिद्वार के बच्चों की तो पूछिए ही मत, दीपक रावत उनके चहेते अफसर थे। बच्चे प्यार से उन्हें मामा कह कर बुलाने लगे थे। बच्चे कहते हैं कि डीएम दीपक रावत के रहते उन्हें कभी मौसम का डर नहीं सताता था। वो मौसम को लेकर हर जानकारी स्कूलों से साझा करते थे। जैसे ही मौसम खराब होने की आशंका होती थी, डीएम दीपक रावत स्कूलों में छुट्टी घोषित कर देते थे। अब दीपक रावत को कुंभ मेला अधिकारी की जिम्मेदारी मिली है। मेलाधिकारी दीपक रावत कहते हैं कि बच्चे काफी रचनात्मक होते हैं, इसीलिए बच्चों से उनका गहरा लगाव है। वो कुंभ मेले के दौरान होने वाली गतिविधियों से बच्चों को जोड़ने की कोशिश जारी रखेंगे। पूर्व डीएम ने ये भी कहा कि मौसम विभाग का अलर्ट जारी होने पर स्कूलों की छुट्टी करनी चाहिए। नए जिलाधिकारी को भी खराब मौसम के दौरान छुट्टी की घोषणा करनी चाहिए, ताकि बच्चे सुरक्षित रहें। देखिए किस तरह से डीएम दीपक रावत स्कूली बच्चों के साथ घुल मिल जाते थे।