उत्तराखंड से अरुण जेटली का खास रिश्ता था, देवभूमि को दी थी हाई कोर्ट की सौगात
उत्तराखंड के अलग राज्य बनने के बाद वो अरुण जेटली ही थे, जिन्होंने नैनीताल में हाई कोर्ट बनाने का समर्थन किया था...
Aug 25 2019 11:51AM, Writer:कोमल
बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली नहीं रहे। उत्तराखंड से उनका गहरा लगाव था। नैनीताल को हाईकोर्ट की सौगात देने का श्रेय भी अरुण जेटली को ही जाता है। बात साल 2000 की है। ये वही साल था, जबकि उत्तराखंड को अलग राज्य का दर्जा मिला। राज्य बनने के बाद दून उत्तराखंड की राजधानी बना, पर साथ ही क्षेत्रीय संतुलन बरकरार रखना बड़ी चुनौती था। ऐसे वक्त में राज्य में संतुलन बनाए रखने के लिए अरुण जेटली ने ही नैनीताल को हाईकोर्ट की सौगात दिलाई। अरुण जेटली उस वक्त कानून मंत्री हुआ करते थे। उन्होंने ही राज्य के पहले राज्यपाल सुरजीत सिंह बरनाला, सीएम नित्यानंद स्वामी, मुख्य न्यायाधीश अशोक ए देसाई और इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश श्यामल कुमार सेन के साथ नैनीताल हाईकोर्ट की बुनियाद रखी थी।
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उत्तराखंड के अलग राज्य बनने के बाद उत्तराखंड के वकील लगातार आंदोलन कर रहे थे। उन्होंने नैनीताल में हाई कोर्ट बनाने की मांग की। बात दिल्ली में बैठे केंद्रीय रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीज और कानून मंत्री अरुण जेटली तक पहुंचाई गई। दोनों ने नैनीताल में हाईकोर्ट स्थापना का समर्थन किया। उन्हीं की कोशिशों से नैनीताल में हाईकोर्ट स्थापित हो पाया, जिसके उद्घाटन के लिए अरुण जेटली खुद नैनीताल आए थे। नैनीताल से उनका गहरा लगाव था। तीन साल पहले साल 2016 में भी वो नैनीताल आए थे, उस वक्त वो वित्त मंत्री पद की जिम्मेदारी निभा रहे थे। जेटली 10 सितंबर से 13 सितंबर तक नैनीताल राजभवन में परिवार के साथ ठहरे थे। इस दौरान उन्होंने नैनीताल में सैर का खूब लुत्फ उठाया। पर किसे पता था ये उनका आखिरी नैनीताल दौरा होगा। जेटली की सादगी ने राजभवन के अधिकारियों और कर्मचारियों का दिल जीत लिया था। उनके निधन से उत्तराखंड शोक में डूबा है। अधिवक्ताओं ने भी अरुण जेटली के निधन पर शोक जताया।