देवभूमि के कुसौली गांव ने रचा इतिहास, मिलेगा राष्ट्रीय दीन दयाल पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार
पिथौरागढ़ की कुसौली ग्राम पंचायत का चयन राष्ट्रीय दीनदयाल पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार के लिए हुआ है, पुरस्कार के तौर पर 30 लाख रुपये मिलेंगे..
Sep 20 2019 5:42PM, Writer:कोमल नेगी
पिथौरागढ़ के कुसौली गांव में रहने वाले ग्रामीणों को बधाई। इन ग्रामीणों की मेहनत के दम पर कुसौली ग्राम पंचायत को राष्ट्रीय दीनदयाल पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार मिलने वाला है। पिथौरागढ़ की कुसौली ग्राम पंचायत राज्य की उन 4 ग्राम पंचायतों में शामिल है, जिन्हें इस साल राष्ट्रीय दीनदयाल पंचायत सशक्तिकरण सम्मान के लिए चुना गया है। कुमाऊं से कुसौली ग्राम पंचायत ही एकमात्र ऐसी पंचायत है, जिसे राष्ट्रीय अवॉर्ड के लिए चुना गया। पुरस्कार के तहत ग्राम पंचायत को 30 लाख रुपये की धनराशि दी जाएगी। पुरस्कार में मिली धनराशि से गांव में विकास कार्य होंगे। गांव वाले खुश हैं, ग्राम प्रधान रघुवीर सिंह ने भी इस उपलब्धि का क्रेडिट गांव वालों को दिया। उन्होंने कहा कि गांववालों के सहयोग के बिना ये पुरस्कार जीत पाना संभव नहीं था। अक्टूबर में दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम में कुसौली ग्राम सभा को सम्मानित किया जाएगा।
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कुसौली ग्राम पंचायत पहले भी कई पुरस्कार जीत चुकी है। साल 2012 में कुसौली को निर्मल ग्रामसभा पुरस्कार मिला था। साल 2015 में कुसौली खुले में शौचमुक्त ग्राम सभा घोषित हो चुकी है। साल 2018 में कुसौली ने राज्य स्वच्छता गौरव पुरस्कार जीता। पिछले साल यहां के ग्राम प्रधान रघुवीर सिंह को उत्कृष्ट पंचायत पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कुसौली ग्राम पंचायत पूरे क्षेत्र के लिए मिसाल है। गांव में सफाई व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा जाता है। 8 जगहों पर सार्वजनिक कूड़ेदान रखे गए हैं, ताकि लोग कचरा यहां-वहां ना फैलाएं। गांव के रास्तों में पटाल लगी है, खुली नालियों को ढका गया है। गांव के पंचायत भवन, आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों को पेंटिंग के जरिए आकर्षक बनाय गया है। गांव में सोलर लिफ्ट पेयजल योजना चल रही है। ये ग्राम सभा हाईटेक सुविधाओं से लेस है। यही वजहें कुसौली गांव को खास बनाती हैं, विकास में अव्वल कुसौली को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चुना गया है।