देहरादून के 500 लोगों ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छामृत्यु, वजह भी जान लीजिए
आखिर ऐसा क्या हुआ कि इन 500 लोगों ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग की है। पढ़ें पूरी खबर
Oct 8 2019 5:50PM, Writer:कोमल नेगी
देहरादून से तीस किलोमीटर दूर है विकासनगर कस्बा, हाल ही में यहां के पांच सौ लोगों ने राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भेजकर इच्छामृत्यु की मांग की। क्षेत्र के लोगों की समस्या की वजह क्या है, ये भी बताते हैं। दरअसल इस क्षेत्र में शीशमबाड़ा नाम की जगह है, जहां कूड़ा निस्तारण प्लांट लगा है। जगह-जगह से उठाया गया कूड़ा, इस प्लांट में डंप होता है। ये दूसरे क्षेत्रों के लोगों के लिए सुविधाजनक हो सकता है, पर विकासनगर के लोगों के लिए कतई नहीं। क्योंकि प्लांट से आने वाली दुर्गंध ने लोगों का चैन छीन लिया है। लोगों का कहना है कि बदबू और गंदगी की वजह से वो खाना तक नहीं खा पाते, घर में रहना मुश्किल हो गया है। समस्या का समाधान ना होते देख सैकड़ों लोगों ने राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की मांग की, तीन लोग तो प्लांट के पास अनशन पर भी बैठ गए हैं। गुस्साए लोगों ने कहा कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान ना निकला तो वो सामूहिक आत्मदाह करेंगे।
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शीशमबाड़ा में जब से नगर निगम का कूड़ा निस्तारण प्लांट बना है, तभी से लोगों का विरोध जारी है। लोगों का आरोप है कि प्लांट में कूड़ा निस्तारण के उचित प्रबंध नहीं हैं, प्लांट से उठने वाली दुर्गंध ने उनका जीना मुश्किल कर दिया है। सोमवार को क्षेत्र के लोगों ने नायब तहसीलदार के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। जिसमें लोगों ने कहा कि प्लांट को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए। ऐसा नहीं किया जाता है तो पांच सौ लोगों को इच्छामृत्यु की अनुमति दी जाए। शशि कुमार, रविकांत सिंघल और सतपाल नाम के युवक कूड़ा निस्तारण प्लांट के सामने आमरण अनशन पर बैठे हैं, उन्होंने कहा कि जब तक प्लांट को यहां से शिफ्ट नहीं किया जाता, तब तक उनका अनशन जारी रहेगा।