देवभूमि में ऐसे जिलाधिकारी भी हैं, गांव में पहुंचकर मंगेश घिल्डियाल ने तख्त पर गुजारी रात
हाट गांव में लगी चौपाल में मुख्य विकास अधिकारी समेत 39 अफसर मौजूद थे, चौपाल के आयोजन की वजह भी बड़ी दिलचस्प है....
Nov 19 2019 12:07PM, Writer:कोमल नेगी
पहाड़ में संसाधनों का अभाव है। यहां मुश्किलें हैं, पर अफसोस की बात ये है कि सरकारी अफसर इन मुश्किलों को दूर करना तो दूर गांवों में जाने तक की जहमत नहीं उठाते, ऐसे वक्त में रुद्रप्रयाग के डीएम मंगेश घिल्डियाल जैसे अफसर उम्मीद जगाते हैं, उम्मीद बेहतरी की, विकास की। शनिवार को डीएम मंगेश घिल्डियाल के निर्देश पर हाट गांव में चौपाल लगी। चौपाल में मुख्य विकास अधिकारी समेत 39 अफसर मौजूद थे। गांव तक पहुंचने के लिए इन अफसरों को डीएम संग तीन से 5 किलोमीटर का सफर पैदल तय करना पड़ा। हाट गांव में विकास कार्यों का जायजा लेते-लेते अंधेरा गहरा गया, जिसके बाद डीएम ने प्राइमरी स्कूल के तख्त पर सोकर रात बिताई। डीएम की शालीनता और सरल स्वभाव ने गांव वालों का दिल जीत लिया।
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दरअसल डीएम मंगेश घिल्डियाल अफसरों की आरामतलबी से परेशान हो चुके हैं। अफसर गांवों तक जाते ही नहीं। सैलरी रोकने के बाद भी जब अफसर नहीं सुधरे तो डीएम ने उन्हें हाट गांव में चौपाल लगाने के निर्देश दे दिए। सभी 39 अधिकारियों को हाट गांव बुलाया और खुद भी गांव पहुंचे। इस दौरान ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं अधिकारियों को बताई। ग्रामीणों ने हाट गांव से गवनी गांव के बीच पुल बनाने की मांग की। बांध निर्माण की वजह से हो रही परेशानियों और बंदरों के आतंक के बारे में भी ग्रामीणों ने डीएम को बताया। डीएम ने ग्रामीणों की समस्याएं दूर करने का आश्वासन दिया है, साथ ही अफसरों से निर्माण कार्य की रिपोर्ट भी मांगी है। चौपाल खत्म होने के बाद डीएम मंगेश घिल्डियाल ने प्राइमरी स्कूल में रात्रि विश्राम किया और साधारण बिस्तर और चारपाई पर सोकर रात बिताई। डीएम को अपने बीच पाकर ग्रामीण भी खुश थे, उन्होंने डीएम के गांव आने और चौपाल के आयोजन के लिए उनका आभार जताया।