उत्तराखंड में युवाओं के लिए खुशखबरी, 5000 नर्सों के खाली पद भरे जाएंगे
इंडियन पब्लिक हेल्थ स्टैंडर्ड के मानकों को पूरा करने के लिए स्टाफ नर्सों की भर्ती के साथ-साथ 5 हजार नर्सों की भर्ती किए जाने की जरूरत है...
Jan 2 2020 10:24AM, Writer:कोमल
नर्सिंग का कोर्स कर चुकी बेटियों के लिए अच्छी खबर है। सरकारी नौकरी की तैयारी शुरू कर दीजिए, क्योंकि जल्द ही उत्तराखंड में पांच हजार स्टाफ नर्सों की भर्ती की जाएगी। इसका मतलब ये है कि पांच हजार लोगों के पास सरकारी नौकरी हासिल करने का शानदार मौका होगा। नर्सेज की कमी से जूझ रहे अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं भी बेहतर होंगी। नर्सेज की भर्ती के लिए स्वास्थ्य निदेशालय जल्द ही शासन को प्रस्ताव भेजेगा। जिसके बाद भर्ती प्रक्रिया की तैयारी शुरू हो जाएगी। आईपीएचएस मानक पूरा करने के लिए भर्ती अभियान चलेगा। इस वक्त प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में 1160 स्टाफ नर्स हैं, जबकि 371 पद खाली हैं। इंडियन पब्लिक हेल्थ स्टैंडर्ड के मानकों को पूरा करने के लिए स्टाफ नर्सों की भर्ती के साथ-साथ 5 हजार नर्सों की भर्ती किए जाने की जरूरत है।
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इस कमी को पूरा करना आसान नहीं है। इसीलिए विभाग हर साल एक हजार नर्सों की भर्ती करने का लक्ष्य रखेगा, इस तरह पांच हजार पदों को भरने में पांच साल का वक्त लगेगा। आपको बता दें कि सरकार ने आईपीएचएस मानकों के अनुसार सरकारी अस्पतालों की कैटेगरी बनाई है। इसी के अनुसार डॉक्टर्स और स्टाफ की संख्या तय की गई है। मानक के अनुसार प्रदेश में पांच हजार नर्सेज की जरूरत है। जहां 100 बेड की क्षमता है उन जिला अस्पतालों में 45 नर्स होनी चाहिए। 200 बेड पर 90, 500 बेड पर 225 स्टाफ नर्स की नियुक्ति होनी चाहिए। 31 से 50 बेड वाले उप जिला अस्पताल में 20 स्टाफ नर्स और 51 से 100 बेड के अस्पताल में 30 नर्स होनी चाहिए। इस वक्त विभाग नर्सेज की भारी कमी से जूझ रहा है। स्टाफ नर्स के 1531 पद स्वीकृत हैं, जबकि सिर्फ 1160 नर्स ही कार्यरत हैं। 371 पद खाली पड़े हैं। विभाग ने अब खाली पदों को भरने की तैयारी शुरू कर दी है। योजना के पहले चरण में अस्पतालों में मानकों के अनुसार डॉक्टरों की नियुक्ति की जाएगी, बाद में नर्स के पद भरे जाएंगे।