प्रवासी उत्तराखंडियों में कोरोना वायरस का खौफ, एम्स ऋषिकेश में संदिग्ध की जांच
चीन से लौटे प्रवासी उत्तराखंडी डरे हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी टोल फ्री नंबर पर अब तक कई लोग कॉल कर चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों की जांच भी की, पर राहत वाली बात ये है कि अब तक किसी भी मरीज में कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है...
Feb 13 2020 6:34PM, Writer:कोमल नेगी
चीन में फैले कोरोना वायरस के चलते पूरी दुनिया में डर का माहौल बना हुआ है। उत्तराखंड में भी लोग डरे हुए हैं। चीन से लौटने वाले प्रवासियों की जांच की जा रही है। मंगलवार को ऋषिकेश एम्स में कोरोना संदिग्ध मरीज की जांच की गई। मरीज बीती 24 जनवरी को चीन के शंघाई से लौटा है, हालांकि मरीज ने बताया कि उसका चीन में किसी कोरोना ग्रसित मरीज से कोई संपर्क नहीं रहा। लक्षण के आधार पर उसका इलाज किया गया। उसे अगले 7 दिनों तक घर वालों से अलग रहने का सुझाव देकर घर भेज दिया गया है। एम्स हॉस्पिटल में अब तक कोराना वायरस के 8 संदिग्ध मरीज आ चुके हैं। पांच मरीज ओपीडी और 3 आईपीडी के हैं। तीन मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, जबकि 3 मरीजों की जांच रिपोर्ट अभी पेंडिंग है। नेगेटिव रिपोर्ट आने पर मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी जा रही है।
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कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग विशेष एहतियात बरत रहा है। कुछ दिन पहले कोरोना वायरस के संदिग्ध लक्षणों वाले मरीजों के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया था। जिस पर कई लोगों ने कॉल की। इन मरीजों ने सर्दी-बुखार होने पर कोरोना वायरस जैसे लक्षण मिलने की शिकायत की थी। ज्यादातर मरीज कुछ समय पहले चीन, थाईलैंड, जापान और हांगकांग जैसे देशों से वापस लौटे हैं। विदेश से लौटे लोग कोरोना को लेकर डरे हुए हैं। जो लोग विदेशियों के संपर्क में रहे हैं, वो भी दहशत में हैं। हरिद्वार में रेलवे स्टेशन पर स्क्रीनिंग डेस्क लगाई गई है। यहां पर विदेशियों के साथ-साथ चीन से लौटे लोगों की प्राथमिक जांच की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग चीन से लौटे लोगों के स्वास्थ्य पर भी नजर बनाए हुए है।