उत्तराखंड में बाहर से आने वाला हर शख्स होगा क्वॉरेंटीन, 14 दिन तक रहेगी कड़ी निगरानी
उत्तराखंड में एंट्री करने वाले हर शख्स को अब 14 दिन तक क्वॉरेंटीन केंद्र में रहना होगा। विशेष परिस्थिति में ही होम क्वॉरेंटीन की अनुमति दी जाएगी। पढ़िए पूरी खबर...
Mar 30 2020 6:10PM, Writer:कोमल नेगी
उत्तराखंड में बाहर से आने वाले लोग क्वॉरेंटीन अवधि का पालन नहीं कर रहे। सोशल डिस्टेंस का कांसेप्ट पहाड़ों में कहीं नजर नहीं आ रहा। रुद्रप्रयाग में डीएम को बाहर से आए लोगों से आइसोलेटेड रहने की अपील करनी पड़ी। कल टिहरी प्रशासन ने बाहर से आए हर शख्स की जिले में एंट्री बैन कर दी। अब ये नियम उत्तराखंड में दाखिल होने वाले हर शख्स पर लागू होगा। बाहर से प्रदेश में आने वाले हर शख्स को 14 दिन के लिए क्वॉरेंटीन किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश में क्वॉरेंटीन केंद्र बनाए गए हैं। जहां बाहर से आए लोगों को ठहराया जाएगा। विशेष परिस्थितियों में ही होम क्वॉरेंटीन की अनुमति दी जाएगी। प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डॉ. पंकज कुमार पांडेय ने इस संबंध में आदेश जारी किए। आदेश में कहा गया है कि कोरोना वायरस का संक्रमण रोकना सरकार की पहली प्राथमिकता है। आगे भी पढ़िए
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कोरोना वायरस संक्रमण अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य समस्या के रूप में सामने आया है। उत्तराखंड राज्य भी इससे प्रभावित है। संक्रमण रोकने के लिए सभी डीएम और मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी राज्य में एंट्री करने वाले हर शख्स को अनिवार्य रूप से चिन्हित करें। इन लोगों को 14 दिन के लिए तय केंद्र में क्वॉरेंटीन किया जाएगा। जरूरी होने पर ही होम क्वॉरेंटीन की अनुमति दी जाएगी। बाहर से आने वाले लोगों को चिह्नित कर उनके बारे में हर सूचना कोविड-19 पोर्टल पर उपलब्ध कराई जाएगी। स्वास्थ्य सचिव ने हर जिला प्रशासन को क्वॉरेंटीन किए गए लोगों की निगरानी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण के पैर पसारने के बाद उत्तराखंड में करीब 18000 से ज्यादा लोग लौटे हैं। इनमें 3000 लोग विदेशों से लौटे हैं। बाहर से लौटे लोगों को 14 दिन तक होम क्वॉरेंटीन रहना था, लेकिन इन्होंने ऐसा किया नहीं। इसलिए राज्य सरकार को अब सख्ती करनी पड़ रही है। बाहर से लौटे हर शख्स को अब 14 दिन की क्वॉरेंटीन अवधि क्वॉरेंटीन केंद्र में बितानी होगी। इसके बाद ही उन्हें घर लौटने की अनुमति दी जाएगी।