उत्तराखंड से सामने आई सबसे खूबसूरत तस्वीर, दुनियाभर के जीव वैज्ञानिकों में खुशी की लहर
नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क में हिम तेंदुआ (Snow Leopard in Uttarakhand) का एक जोड़ा कैमरा ट्रैप में कैद हो गया है। हिम तेंदुओं की जोड़ी को तस्वीर में कैद करने वाला उत्तराखंड पूरे देश मे सबसे पहला राज्य बन चुका है। पढ़िए पूरी खबर
Apr 16 2020 11:21AM, Writer:अनुष्का ढौंडियाल
कोरोना की इस टेंशन के बीच से नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क से एक खुशखबरी आ रही है। उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क में दुर्लभ हिम तेंदुओं का एक जोड़ा देखा गया है। दरअसल नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क में लगाये गए कैमरे में हिम तेंदुओं के जोड़े की एक तस्वीर कैद हो गई है। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के प्रशासन यह दावा कर रहा है कि पूरे भारत में हिम तेंदुओं (Snow Leopard in Uttarakhand) के जोड़े की ऐसी अनोखी और दुर्लभ तस्वीर पहली बार केवल नंदा देवी में देखने को मिली है। हिम तेंदुओं के इस दुर्लभ जोड़े की तस्वीर देख कर वन विभाग प्रशासन के साथ ही पशु प्रेमियों और वैज्ञानिकों के लिए बेहद अच्छी खबर है। कैमरा ट्रैप में हिम तेंदुए के जोड़े के अलावा कस्तूरी मृग और कुछ अलग हिम तेंदुए भी आये हैं। हिम तेंदुए अल्पाइन पारिस्थितिकी में पाए जाने वाले शिकारी जीव होते हैं। इनके संरक्षण के लिए प्रशासन द्वारा काफी ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। देश में हिम तेंदुओं का जोड़ा पहली बार देखने को मिला है। अब तक कुछ जगह यह हिम तेंदुए अकेले ही देखने को मिले हैं।
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड के 9 जिलों में 20 अप्रैल से मिल सकती है राहत, सरकार जल्द लेगी फैसला
हिम तेंदुओं की आबादी घटने के पीछे इनकी खाल के लिए किए जाने वाला अवैध शिकार मुख्य कारण है। चलिये आपको बताते हैं कि हिम तेंदुआ (Snow Leopard in Uttarakhand) किन-किन राज्यों में पाया जाता है। हिम तेंदुआ उच्च हिमालय और ट्रांस हिमालय क्षेत्र के 5 राज्यों-उत्तराखंड सिक्किम अरुणाचल प्रदेश हिमाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर के भूभाग में ही पाया जाता है। जिन देशों में तेंदुआ पाया जाता है उन्हें उनकी संख्या को आने वाले दशक में बढ़ाकर दोगुना करने का प्रयास किया जा रहा है। हिम तेंदुओं का संरक्षण बहुत ही जरूरी है। डीके सिंह बताते हैं कि नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के कैमरा ट्रैप में कैद हुईं यह सारी तस्वीरें लॉक डाउन के बाद परीक्षण के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान में भेजी जाएंगी और इन पर और ज्यादा अध्ययन किया जाएगा। डीके सिंह ने यह भी बताया कि तकरीबन 20 कैमरा ट्रैप लगाए गए थे जिनमें से कुछ की चिप निकालनी बाकी है।