उत्तराखंड में बदली सदियों पुरानी परंपरा, केदारनाथ धाम के कपाट 29 अप्रैल को नहीं खुलेंगे
उत्तराखंड में जो हजारों सालों में नहीं हुआ, वो अब हो रहा है। यहां कोरोना की वजह से देवस्थानों में सदियों पुरानी परंपराएं बदलने लगी हैं, बदरी- केदार धाम भी एक ऐसे ही बदलाव का गवाह बनने जा रहा है...
Apr 20 2020 3:21PM, Writer:कोमल नेगी
हम कैसे मुश्किलभरे दौर में जी रहे हैं। उत्तराखंड में जो हजारों सालों में नहीं हुआ, वो अब हो रहा है। यहां कोरोना की वजह से देवस्थानों में सदियों पुरानी परंपराएं बदलने लगी हैं। उत्तराखंड का बदरी-केदार धाम भी ऐसे ही बदलाव का गवाह बनने जा रहा है। बदरी-केदार धाम के कपाट खोलने की तिथि में बदलाव किया गया है। पहले बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 30 अप्रैल निर्धारित की गई थी। अब इसमें बदलाव किया गया है। बदरीनाथ धाम के कपाट अब 15 मई को सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर खुलेंगे। इसके अलावा केदारनाथ के कपाट अब 14 मई को खुलेंगे। टिहरी नरेश मनुजेंद्र शाह ने श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की नई तिथि घोषित की। सोमवार को टिहरी महाराज मनुजेंद्र शाह के साथ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बैठक की। जिसमें कपाट खुलने की तिथि में बदलाव का फैसला लिया गया।
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आपको बता दें कि प्रदेश सरकार और देवस्थानम बोर्ड ने कोरोना संकट को देखते हुए टिहरी राज दरबार से बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि में परिवर्तन को लेकर राय मांगी थी। जिसके बाद बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने की नई तिथि निकाली गई। बदरीनाथ के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि कपाट खुलने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन किया जाएगा। धाम के रावल क्वारेंटीन रहेंगे। कपाट खुलते वक्त कुछ ही लोग उपस्थित रहेंगे। हर साल धाम के कपाट खुलने को लेकर एक महीने पहले ही तैयारियां शुरू हो जाती थीं। मंदिर में रंग-रोगन होता था, व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाती थीं, लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते ऐसा नहीं हो सका। चारधाम यात्रा पर कोरोना का ग्रहण लग गया है, जिससे वो लोग भी निराश हैं जो पिछले एक साल से चारधाम यात्रा शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।