उत्तराखंड: सुबह बच्ची और शाम को 10 महीने के बच्चे पर झपटा गुलदार, इलाके में दहशत
शाम के वक्त बच्चे आंगन में खेल रहे थे। तभी करीब सात बजे तेंदुए ने छत से आंगन में छलांग लगाई और वहां खेल रहे 10 महीने के मासूम को जबड़े में दबोच लिया। आगे पढ़िए पूरी खबर
Oct 6 2020 4:50PM, Writer:Komal Negi
पहाड़ी इलाकों में कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच जंगली जानवर लोगों के लिए दहशत का सबब बने हुए हैं। पहाड़ के हर हिस्से से गुलदार के हमले की खबरें आ रही हैं। लोग अपने मासूम बच्चों की सुरक्षा को लेकर डरे हुए हैं। गुलदार के हमले का ताजा मामला हल्द्वानी में सामने आया। जहां गुलदार ने कुछ ही घंटों के भीतर दो लोगों पर हमला किया। गुलदार ने सुबह जंगल में घास काटने गई बच्ची पर हमला करने के बाद तल्ला फतेहपुर के बाजार में 10 महीने के मासूम को निवाला बनाने की कोशिश की। गुलदार बच्चे को जबड़े में दबोच कर भागने वाला था, तभी परिवार वालों ने शोर मचा दिया। जिसके बाद गुलदार बच्चे को घर से करीब 50 मीटर दूर छोड़कर भाग गया। गुलदार के हमले में मासूम बुरी तरह घायल हुआ है, उसे इलाज के लिए बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना तल्ला फतेहपुर क्षेत्र की है। जहां महेश भट्ट का परिवार रहता है। महेश भट्ट मेहनत-मजदूरी करते हैं। इन दिनों उनके घर पर बरेली में रहने वाली साली हेमा देवी अपने बच्चों के साथ आई हैं। सोमवार की शाम परिवार के सभी लोग आंगन में बैठे थे। आगे पढ़िए
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बच्चे खेल रहे थे। तभी करीब सात बजे तेंदुए ने छत से आंगन में छलांग लगाई और वहां खेल रहे हेमा के 10 महीने के बेटे सनी को जबड़े में दबोच लिया। गुलदार को देख मौके पर चीख-पुकार मच गई। सभी लोगों ने चिल्लाकर गुलदार के पीछे भागना शुरू कर दिया। जिसके बाद गुलदार बच्चे को छोड़कर भाग गया। बच्चा बुरी तरह घायल था। गुलदार ने उसके सीने में दांत घुसाए थे। बच्चे की किस्मत अच्छी थी जो कि उसकी जान बच गई। हालांकि बच्चे की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। घटना के बाद वन विभाग के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और बच्चे को इलाज के लिए बेस हॉस्पिटल ले गए। बच्चे की हालत स्थिर बताई जा रही है। वन विभाग ही बच्चे के इलाज का खर्चा उठा रहा है। आपको बता दें कि इसी क्षेत्र में सोमवार को सुबह साढ़े 11 बजे गुलदार ने घास लेने गई किशोरी पर भी हमला किया था। घनी आबादी के बीच बच्चों पर गुलदार के हमले की घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।