उत्तराखंड: 15 दिन में पैसे डबल करने का खेल, 4 महीने में ठगे 250 करोड़..RAW तक पहुंचा मामला
उत्तराखंड पुलिस ने 250 करोड़ की ठगी का खुलासा किया है, एक आरोपी की नोएडा से गिरफ्तारी भी हुई है। जालसाज 15 दिन में पैसे डबल करने का लालच देकर लोगों को लूट रहे थे। पढ़िए पूरी खबर
Jun 9 2021 2:56PM, Writer:Komal Negi
कहते हैं लालच बुरी बला है। शॉर्टकट तरीके से पैसे कमाने की चाह आपको कभी भी भारी पड़ सकती है। उत्तराखंड में रहने वाले कई लोगों की इसी चाह का फायदा उठाकर साइबर ठगों ने उन्हें करोड़ों का चूना लगा दिया। उत्तराखंड एसटीएफ ने 250 करोड़ की बड़ी ठगी का खुलासा करते हुए यूपी के नोएडा से एक आरोपी को पकड़ा है। हैरानी की बात ये है कि ठगी की सभी वारदातें सिर्फ 4 महीने के अंतराल में की गईं। महज कुछ ही महीने में ठगों ने रकम डबल करने का लालच देकर लोगों से ढाई करोड़ रुपये हड़प लिए। पुलिस की जांच में कई बड़े खुलासे हुए हैं। इस ठगी को चीन की स्टार्टअप योजना के तहत बने ऐप से अंजाम देने की बात भी पता चली है। ठगी की वारदात को 'पावर बैंक ऐप' के जरिए अंजाम दिया गया। चीन की स्टार्टअप योजना के तहत बने 'पावर बैंक ऐप' को अब तक भारत में करीब 50 लाख लोग डाउनलोड कर चुके हैं। ठगी करने वाले लोग पीड़ितों से पॉवर बैंक ऐप को डाउनलोड करने को कहते थे। बाद में उन्हें 15 दिन में पैसे डबल होने का लालच दिया जाता था। आगे पढ़िए
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पिछले दिनों हरिद्वार के एक शख्स ने इसे लेकर पुलिस में केस दर्ज कराया था। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने 'पावर बैंक ऐप' में 15 दिन में पैसे डबल करने के लिए दो बार में 93 हजार और 72 हजार रुपये जमा किए थे, लेकिन पैसे न तो डबल हुए, न ही वापस मिले। पुलिस ने वित्तीय लेने-देन की जांच की तो 250 करोड़ रुपये की ठगी की बात सामने आई। इस मामले में पुलिस ने नोएडा से एक आरोपी पवन पांडेय को गिरफ्तार किया है। उसके पास से 592 सिम कार्ड, 19 लैपटॉप, 5 मोबाइल फोन, चार एटीएम कार्ड और एक पासपोर्ट बरामद हुआ है। लोगों से ठगी गई रकम को जालसाज क्रिप्टो करेंसी में बदलकर विदेश भेज रहे थे। इस मामले में उत्तराखंड में दो और बेंगलुरु में एक केस दर्ज है। देहरादून के एडीजी अभिनव कुमार ने कहा कि मामले में कुछ विदेशी लोगों के नाम भी सामने आए हैं। जांच एजेंसियों आईबी और रॉ को मामले की सूचना दे दी गई है। जिन विदेशी लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, उनके बारे में दूतावास से जानकारी मांगी जा रही है।