उत्तराखंड: स्कूल पहुंचने के लिए हर दिन 6 किमी पैदल चला आयुष, अब हाईस्कूल में किया टॉप
पढ़ाई जारी रखने के लिए आयुष को जसपुर से सुमन ग्राम स्कूल ब्रह्मखाल तक आने-जाने के लिए छह किलोमीटर का सफर पैदल तय करना पड़ता था।
Jun 9 2022 5:26PM, Writer:कोमल नेगी
पहाड़ी इलाकों में शिक्षा जारी रख पाना आसान नहीं है। कहने को दुनिया चांद पर पहुंच गई, लेकिन हमारे गांवों के बच्चे आज भी स्कूल जाने के लिए कई-कई किलोमीटर का सफर तय करते हैं।
Uttarakhand Topper Ayush Awasthi Success Story
अब उत्तरकाशी के आयुष अवस्थी को ही देख लें, जिन्हें स्कूल तक पहुंचने के लिए हर दिन छह किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। आयुष अवस्थी वो छात्र है, जिसने दसवीं कक्षा में प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। आयुष दूरस्थ गांव जसपुर के रहने वाले हैं। पढ़ाई जारी रखने के लिए आयुष को जसपुर से सुमन ग्राम स्कूल ब्रह्मखाल तक आने-जाने के लिए छह किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता था। पिता द्वारिका प्रसाद अवस्थी पिछले चार साल से ऑलवेदर रोड निर्माण कंपनी में काम करते हैं, घर में दो छोटी बहनें हैं। परिवार में तमाम तरह की दिक्कतें हैं, लेकिन आयुष ने कभी हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने घर पर ही रात को दो घंटे की नियमित पढ़ाई की और बिना ट्यूशन के प्रदेशभर में टॉप करने में सफल रहे।
आयुष खाली वक्त में मां के साथ घर के काम में भी हाथ बंटाते हैं। अब वो सेना में अफसर बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं। इस बार उत्तरकाशी के कई छात्र बोर्ड परीक्षा में टॉपर बनकर उभरे हैं। यहां शक्तिपुरम, चिन्यालीसौड़ में पढ़ने वाले भाई-बहन ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में टॉप-25 में जगह बनाई। सरस्वती विद्या मंदिर में पढ़ने वाले विपिन सिंह कैंतुरा ने इंटरमीडिएट परीक्षा में 6वीं रैंक हासिल की, जबकि विपिन की बहन सपना कैंतुरा ने हाईस्कूल में 23वीं रैंक हासिल की। विपिन और सपना चिलोठ गांव के रहने वाले हैं। इसी तरह आदित्य बनियाल भी टॉप 25 की सूची में शामिल रहे। उत्तराखंड हाईस्कूल परीक्षा में टॉप 25 में उत्तरकाशी जिले के 14 छात्र-छात्राओं को जगह मिली। जबकि दो छात्र इंटरमीडिएट की टॉपर लिस्ट में जगह बनाने में कामयाब रहे। राज्य समीक्षा टीम की ओर से इन सभी छात्रों को बधाई, हम उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं।