बधाई: देवभूमि के ताडकेश्वर धाम में हुई अनोखी शादी..अखिलेश की जिंदगी में आई किरन
रिखणीखाल में हुई अखिलेश और किरन की शादी कई मायनों में बेहद खास है, ये जोड़ा समाज की दकियानूसी सोच को आईना दिखा रहा है...कैसे? आइए जानिए...और तस्वीरें भी देखिए
Jun 14 2019 3:35PM, Writer:कोमल नेगी
कहते हैं जोड़ियां स्वर्ग में बनती हैं, और जोड़ों को जमीन पर आकर मिलना होता है...पौड़ी के रिखणीखाल में रहने वाले 24 साल के अखिलेश बिष्ट भी इस बात पर भरोसा रखते थे और उन्हें उम्मीद थी कि कहीं ना कहीं उनके भाग्य में भी हमसफर का साथ लिखा होगा। पर इसमें एक दिक्कत थी, दरअसल अखिलेश की हाइट केवल साढ़े तीन फीट है, ऐसे में उनके लिए दुल्हन खोजने में परिवारवालों को खूब पापड़ बेलने पड़े। एक वक्त ऐसा भी आया कि लगने लगा कि शायद अखिलेश कुंवारे ही रह जाएंगे, पर बाबा भोलेनाथ ने उनके लिए कुछ बेहतर सोचा था। अखिलेश को दुल्हन भी मिल गई और वो ताड़केश्वर मंदिर में भगवान भोलेनाथ के आशीर्वाद से विवाह बंधन में बंध गए। अखिलेश की हाइट जहां साढ़े तीन फीट है, वहीं उनकी दुल्हन किरन हाइट में अखिलेश से छह इंच बड़ी है। पर हाइट मिले ना मिले, रंग-रूप मिले ना मिले, दो दिलों का मिलना जरूरी है। और इस इस जोड़े के साथ भी ऐसा ही हुआ।
सुर्खियों में आई ये शादी
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रिखणीखाल में हुई अखिलेश और किरन की शादी खूब सुर्खियों में है। अखिलेश मैंदणी गांव में रहते हैं, उनके पिता सेना से रिटायर्ड हैं, जबकि माता गृहणी है। वो पांच भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। उनका शारीरिक विकास अच्छी तरह नहीं हो पाया, जिस वजह से उनका कद केवल साढ़े 3 फीट ही बढ़ा । हाइट कम थी, जाहिर है ऐसे में उनके लिए दुल्हन खोजना मुश्किल होता।
जानिए...कौन हैं अखिलेश
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खैर अखिलेश ने इंटर पास करने के बाद एक होटल में काम करना शुरू कर दिया। बेटा कमाने लगा तो माता-पिता ने उसके लिए बहू ढूंढनी शुरू कर दी। अखिलेश की किस्मत अच्छी थी और उन्हें अपने ब्लॉक के ही गजरजाल गांव में रहने वाली किरन जीवनसाथी के रूप में मिल गई। 20 साल की किरन की तरफ से सहमति मिलते ही दोनों घरों में शादी की तैयारी शुरू हो गई। अखिलेश और किरन की शादी कई मायनों में बेहद अनोखी रही।
समाज की सोच पर चोट
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ये केवल दूल्हा-दुल्हन की हाइट की बात नहीं है, बल्कि उनके विचारों की बात है। अखिलेश और किरन की हाइट समाज के हाई स्टैंडर्ड में भले ही अनफिट हो, पर इनके ऊंचे विचारों ने पूरे समाज को आईना दिखाया है। दरअसल अखिलेश और किरन ने तय किया था कि उनकी शादी में ना तो शराब परोसी जाएगी और ना ही मांस, ऐसा ही हुआ भी। किसी भी बाराती को शराब-मांस का सेवन कर शादी में आने की इजाजत नहीं दी गई।
12 मई को हुई शादी
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दोनों ने साधारण तरीके से 12 मई को ताड़केश्वर धाम में शादी कर ली, और जीवन के सफर पर निकल पड़े। अखिलेश और किरन की ये पहल वाकई काबिले तारीफ है...क्योंकि ऐसा करने का साहस कम लोग ही जुटा पाते हैं। उम्मीद है कि वो अपने ऊंचे हौसले से जीवन की हर कठिनाई को इसी तरह जीत लेंगे। राज्य समीक्षा टीम की तरफ से उन्हें भावी जीवन के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं...