उत्तराखंड में किशोरी को अगवा करने के बाद जंगल में हैवानियत, पुलिस को बताया तो मिली धमकियां
रेप पीड़ित की मां किसी मामले में जेल में बंद है, जबकि पिता अस्पताल में हैं, परिजनों ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं..
Aug 27 2019 6:43PM, Writer:कोमल
उत्तराखंड में बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं। घर हो या बाहर, हर तरफ शरीर के भूखे भेड़िए घात लगाए बैठे हैं। ऐसी ही घटना नानकमत्ता में सामने आई है, जहां दो युवकों ने नाबालिग को अगवा कर लिया। आरोपियों में से एक ने नाबालिग के साथ जंगल में दुष्कर्म किया। साथ ही किसी को कुछ बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी। आरोपियों ने नाबालिग को तीन घंटे तक जंगल में रखा। बाद में बच्ची ने अपने फूफा को पूरी घटना बताई। जिसके बाद उन्होंने दोनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस में तहरीर दे दी। इससे नाराज आरोपियों ने नाबालिग को फिर से अगवा कर लिया और उसे धमकाया। इस घटना का एक दुखद पहलू ये भी है कि बच्ची की देखभाल करने वाला कोई नहीं है। पीड़ित की मां किसी मामले में जेल में बंद है, जबकि पिता अक्सर बीमार रहते हैं। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। पूरा मामला भी जान लें।
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घटना रविवार की है। पीड़ित घर में अकेली थी, इसी बीच गांव के दो युवक मौके पर पहुंच गए और नाबालिग को जबरन बाइक पर बैठा लिया। आरोपी नाबालिग को जंगल में ले गए। फिर उनमें से एक ने नाबालिग संग रेप किया। किशोरी किसी तरह आरोपियों के चंगुल से छूट कर घर पहुंची और अपने फूफा को आपबीती सुनाई। बाद में परिजनों ने पुलिस को तहरीर दी। परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि शिकायत मिलने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों को नहीं पकड़ा। इससे आरोपियों की हिम्मत और बढ़ गई। आरोपियों ने नाबालिग को फिर से अगवा कर लिया और उसे धमकाया भी। अब पीड़ित के परिजनों ने सीओ खटीमा से मामले की शिकायत की है। वहीं सीओ खटीमा ने का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।