उत्तराखंड में जानलेवा कोरोना...अब 10 जिलों में बने 213 कंटेनमेंट जोन, यहां भूलकर भी न जाएं
कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए प्रदेश के दस जिलों में 213 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। सबसे ज्यादा कंटेनमेंट जोन राजधानी देहरादून में हैं।
Apr 29 2021 8:35AM, Writer:कोमल नेगी
प्रदेश में कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है। हर दिन हजारों लोग कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। कोरोना संक्रमण के साथ इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। साथ ही नए इलाके कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं। प्रदेश के 10 जिलों में 213 इलाके सील हैं। देहरादून जिले में सबसे ज्यादा 55 इलाके सील हैं। यहां शहर में फॉरेस्ट कॉलेज, तिब्बतन होम्स बिल्डिंग और ग्राम गुजराडा समेत 48 इलाके सील हैं। विकासनगर में ग्राम विधोली और ग्राम कंडोली समेत 3 कंटेनमेंट जोन हैं। ऋषिकेश में सुमन विहार और डोईवाला में वार्ड नंबर-13 कंटेनमेंट जोन है। कालसी में दो कंटेनमेंट जोन हैं।
हरिद्वार के रुड़की में आईआईटी रुड़की कैंपस के 4 क्षेत्रों और पतंजलि योगपीठ समेत 8 इलाके सील हैं। लक्सर में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय और ग्राम गोरधनपुर सील हैं। हरिद्वार शहर में आर्य वानप्रस्थ आश्रम कंटेनमेंट जोन है। भगवानपुर में भी एक कंटेनमेंट जोन है। नैनीताल में 36 कंटेनमेंट जोन हैं। यहां हल्द्वानी में नवाबी रोड, कलावती चौराहा, जज फार्म और अमरावती कॉलोनी समेत 34 इलाके सील हैं। रामनगर में भी दो कंटेनमेंट जोन हैं। पौड़ी के श्रीनगर में होटल चंद्रलोक, स्वर्ग आश्रम और परमार्थ निकेतन कंटेनमेंट जोन हैं। यहां ग्राम डूब को भी कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। कोटद्वार में 7 कंटेनमेंट जोन हैं। चाकीसैंण में पैठाणी महाविद्यालय सील है। आगे पढ़िए
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड में कोरोना का तांडव, 72 घंटे में 271 मौत..टूटे सभी रिकॉर्ड
उत्तरकाशी में भी स्थिति बिगड़ रही है। यहां कुल 26 कंटेनमेंट जोन हैं। भटवाड़ी में 5, डुंडा में 2 और जोशियाड़ा में 3 इलाके सील हैं। पुरोला में पांच कंटेनमेंट जोन हैं। बड़कोट में नगर पालिका के 6 वार्ड समेत 11 कंटेनमेंट जोन हैं। ऊधमसिंहनगर जिले में 43 कंटेनमेंट जोन हैं। यहां किच्छा में वार्ड नंबर एक सील है। रुद्रपुर में मेट्रो पोलिस सिटी के कई इलाकों समेत 30 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। काशीपुर में रानी पद्मावती कॉलोनी समेत 4 कंटेनमेंट जोन हैं। सितारगंज में 7 और गदरपुर में 1 कंटेनमेंट जोन है। चंपावत के टनकपुर में रोडवेज कॉलोनी समेत 8 कंटेनमेंट जोन हैं। बनबसा और लोहाघाट में भी 3 इलाके सील हैं। बाड़ाकोट और पाटी में भी दो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। चमोली के गैरसैंण में कुसरानी बिछली सील है, यहां घाट और कर्णप्रयाग में भी दो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। नई टिहरी में शिवालिक कंपनी, राजकीय नर्सिंग कॉलेज समेत 4 कंटेनमेंट जोन हैं। नरेंद्रनगर में 2, कीर्तिनगर और घनसाली में दो कंटेनमेंट जोन हैं। रुद्रप्रयाग में ऊखीमठ स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय परिसर को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। यहां प्रशासन के अगले आदेश तक पाबंदियां लागू रहेंगी।