उत्तराखंड- हल्द्वानी में घास काटने गई दो महिलाओं पर, बाघ ने किया जानलेवा हमला
हल्द्वानी में गोलापार किशनपुर रेंज में घास काटने गईं दो महिलाओं के ऊपर एक बाघ ने जानलेवा हमला कर दिया।हादसे के बाद से ही गांव में कोहराम मचा हुआ है। पढ़िए पूरी खबर-
Jan 28 2021 9:52PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड में मानव वन्यजीव संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन उत्तराखंड के जिलों से जंगली जानवरों के हमले की दिल दहला देने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं। न जाने यह सिलसिला आखिर कब खत्म होगा और कब ग्रामीण क्षेत्रों में लोग बिना डरे बाहर निकल पाएंगे। अब तो दिन-दहाड़े लोगों के ऊपर जंगली जानवर हमला कर रहे हैं और उनको या तो मौत के घाट उतार दे रहे हैं या फिर गंभीर रूप से घायल कर दे रहे हैं। लोग दिन में भी घर से बाहर निकलने में डर रहे हैं। ऐसा ही कुछ हल्द्वानी में भी देखने को मिला। हल्द्वानी में गोलापार किशनपुर रेंज में घास काटने गईं दो महिलाओं के ऊपर सुबह 10 बजे एक बाघ ने जानलेवा हमला कर दिया जिसके बाद वहां पर हड़कंप मच गया। दोनों घायल महिलाओं को सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां पर उनका इलाज चल रहा है। हादसे के बाद से ही गांव में कोहराम मचा हुआ है।
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वन विभाग के अधिकारी अब तक यह पता नहीं लगा पाए हैं कि हमला करने वाले जानवर तेंदुआ था या बाघ। घायल महिलाओं का कहना है कि जिस ने हमला किया वह बाघ ही था। हादसे के बाद से ग्रामीणों के बीच खौफ पसर गया है और वे डर के रहने पर मजबूर हैं। चलिए अब आपको पूरी घटना से अवगत कराते हैं। बीते मंगलवार की सुबह किशनपुर में रहने वालीं खट्टी देवी एवं मुन्नी देवी 15 महिलाओं के साथ किशनपुर रेंज से 10 मीटर दूर जंगल में घास लेने गई थीं, तभी अचानक बाघ ने उन दोनों के ऊपर हमला कर दिया। वहीं मौके पर मौजूद अन्य महिलाओं के द्वारा शोर मचाने के बाद बाघ जंगलों की तरह वापस भाग गया और उन दोनों घायल महिलाओं को आनन-फानन में सुशीला तिवारी अस्पताल भर्ती कराया गया है जहां पर उनका इलाज चल रहा है। दोनों महिलाएं खतरे से बाहर बताई जा रही हैं।
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समाजसेवी नीरज रैक्वाल का कहना है कि काफी समय से गांव में बाघ आसपास देखा गया था और इस बारे में वन विभाग को भी सूचित किया गया था मगर वन विभाग ने इस ओर कोई भी सख्त कदम नहीं उठाया। वहीं घायल महिलाओं को उचित मुआवजा देने की मांग की गई है। तराई पूर्वी वन वन विभाग के एसडीओ ध्रूव सिंह का कहना है कि दोनों महिलाओं की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।हालांकि यह पता नहीं लग पाया है कि महिलाओं के ऊपर हमला करने वाला बाघ था ये तेंदुआ। हादसे के बाद से ही ग्रामीणों के बीच रोष साफ दिखाई दे रहा है। बीते बुधवार की सुबह प्रतापपुर के गौलापार में एक और हादसा हो गया जहां पर महेश चंद्र नामक एक निवासी के आंगन से बाघ गाय को उठा के ले कर चला गया। ग्रामीणों ने जंगल से गाय का शव बरामद किया है। लगातार हो रहे जंगली जानवरों के हमले के बाद से ही ग्रामीणों के बीच में खौफ पसर गया है और ग्रामीणों ने वन विभाग से सुरक्षा की मांग की है। बाघ द्वारा लगातार हुए दो हमलों के बाद आखिरकार वन विभाग ने भी इस ओर सख्त कदन उठाया है और वन विभाग की टीम इस क्षेत्र में गश्त कर रही है।